ये तीर अपने निशाने नहीं चूकते जैसे एक प्रेमी अपनी प्रेमिका से वादे करता है उसी तरह गायक और कवि बाबासाहब को उनके सपनों का जहां देने का वादा करते हैं, जबकि उनके ऊपर व्हाट्स एप्प मैसेज समाज विज्ञानियों के मनोरंजन की चीज हो गए हैं। BY रवीश कुमार 8 April 2016